हल्दी गीत
Jump to navigation
Jump to search
कहाँ के रिमी झिमी कहां के हरदिया हे...
बड़ी दिन के हरदी संजोगल,
हमरियो ममता बेटी अति छे दुलारी,
हरदी के लहरा सहलो नैय जाय हे,
हरदी के लहरा सहलो नाही जाई हे।
कहाँ के रिमी झिमी,
कहाँ के हरदी,
बड़ी दिन के मेथीया संजोगल गे माई,
मेथीया के लहरा सहलो नाहीं जाई रे।
हमरियो ममता बेटी अति छे दुलारी हे,
कहाँ के रिमी झिमी कहाँ के जौ हे,
बड़ी दिन के जौवा संजोगल गे माई,
हमरियो ममता बेटी अति छे दुलारी हे,
हमरियो ममता बेटी अति छे दुलारी हे।
जौवा के लहरा सहलो नाही जाई हे,
जौवा के लहरा सहलो नाही जाई हे।